WHAT DOES SHIV CHAISA MEAN?

What Does Shiv chaisa Mean?

What Does Shiv chaisa Mean?

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धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥

त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। यहि अवसर मोहि आन उबारो॥

ॠनियां जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी॥

अस्तुति केहि विधि करौं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥

अथ श्री बृहस्पतिवार व्रत कथा

कहे अयोध्या आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥

त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥

अथ श्री बृहस्पतिवार व्रत कथा

नमो नमो जय नमो शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥

सबहिं कृपा कर लीन बचाई ॥ किया तपहिं भागीरथ भारी ।

नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥

किया उपद्रव तारक Shiv chaisa भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥

आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥

जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्तवास शिवपुर में पावे॥

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